बारे में


यूँ तो कुछ ख़ास नहीं लिखता मैं
लिखता हूँ जो दिल में आता है
कही अनकही, सुनी अनसुनी...

एक सामान्य-सा लड़का जिसके आसपास अगर कुछ 
ऐसा घटित हो जाए जो उसे सोचने पर मजबूर कर दे तो लिखे बिना रह नहीं पाता