बीती रात एक परिचित की मृत्यु हुई
सभी परिजन, मित्र, आस-पड़ोस मोहल्ले वाले
शोक में डूब गये,
जो कि स्वाभाविक है
मैं भी, जो सख़्त मानता है ख़ुद को
अपने आँसुओं को न रोक सका
इस घटनास्थल से हज़ारों मील दूरआज मेरे एक मित्र के घर शिशु का जन्म हुआसब हर्षोल्लास से मंगलगान गाने लगेहो भी क्यूँ न,विवाह के सात साल बाद संतान-सुख की प्राप्ति हुई
नवजात की निश्छल निर्मल मुस्कान देखकर
मेरा निजी दुःख भी थोड़ा कम हुआ
और
अब तक जो निराशा ने जगह घेर रखी थी
वहाँ एक आशा जगी
और
अब तक जो निराशा ने जगह घेर रखी थी
वहाँ एक आशा जगी
संभवतः वही आत्मा पुनः अवतरित हुई होगीचौरासी लाख योनियों में से चुनकर एक,सर्वश्रेष्ठ मनुष्य योनि मेंक्या पता?
अनगिनत साँसों के पहिये पर
भीमकाय जीवन-रूपी रथ
और हज़ारों-करोड़ों साल से
चलती आ रही है ये संसृति,
निरंतर...क्यूँ?
एक का पहिया रुका नहींकि दूजे का चलायमान हो जाता हैउसी बिंदु से, उसी क्षण,उस बिंदु की विशाल परिधि में हीकोसों दूर या आस-पास ही कहीं
लोगों का आना-जाना यूँ ही लगा रहेगा
चिरकाल तक
सृष्टि चलती रहेगी नियमतः
बिना रोक-टोक के
सृष्टि तो चलती ही रहेगी । आज हम हैं , कल कोई और होगा।
जवाब देंहटाएंगहन भाव